Friday, March 5, 2010

प्राताप गद के आश्रम की दुर्घटना

बाबा के आश्रम प्राताप गढ़ में श्राध्य के समय में भगदड़ मचने से जो ६३ जनों की जिनमें बच्चे बूढ़े ,स्त्रिया और जवान सम्मिलित है वो एक जून की रोटी के लिए बेचारे इस संसार से बिदा हो गए और काफी लोग कुचले भी गए जिनमे काफी लोगों की हालत खराब है ,उन सबको देखकर मेरा ह्रदय बहुत दुखी है मोर मैं सभी ब्लोगर्स से भी प्रार्थना करूंगा की वो भी उनकी आत्मा की शान्ति के लिए भगवान् जी से प्रार्थना करे

दुसरे मैं आश्रम वासियों से प्रार्थना करूंगा की वो इस प्रकार के फंक्सन नाही किया करे तो अच्छा है और यदि करें भी तो वहा प़र सुरक्षा का इंतजाम होना जरूरी है कहते है की दस हजार लोग भंडारे में थे तो गुरूजी को उनकी सुरक्षा का भी तो इंतजाम करना चाहिए था ,अब गुरूजी या देश की जनता अथवा वर्तमान सरकार ही बताये इस हादसे के लिए कौन जिम्मेदार है ,मेरे विचारों में तो गुरूजी ही हैं वैसे भी पूरे जीवन में गुरूजी ने जितने पुन्य नहीं कमाए होंगे जितने की पाप आज एकत्रित हो गए

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