Wednesday, July 19, 2017

OPPOSITION NE G S T KA VIRODH NAHIN KIYA

देश में जी एस टी को गरीब जनता पर,  जितनी  मोदी सरकार जिम्मेदार है उससे कहीं ज्यादा देश की सभी पार्टियां जिम्मेदार हैं क्योँकि लगभग सभी पार्टीज में से किसी ने भी इसको लगाने का पूर्णत; विरोध नहीं किया देश में विपक्षी पार्टीज में से एक दो को छोड़कर सभी की हाँ थी ,कोई विरोध नहीं था विरोध का मतलब होता है जिस प्रकार से यु पी ऐ के कार्यकाल में अल्पमत में होते हुए भी भाजपा ने जी एस टी को देश में लगने ही नहीं दिया परन्तु आज देश की लगभग  १ ८ पार्टीज मिलकर भीम कुछ ना कर सकी और जनता को एक नए बोझ में दब जाने दिया  ,शायद ये पार्टीज सोच रही होंगे की भाजपा तो २ साल की है उसके बाद तो वो खुद ही देश को लूटेंगे  |
और अब जब जी एस टी पारित हो गया है तो कुछ पार्टीज मात्र नाटकबाजी कर रहीं है ताकि जनता को भुनाया जा सके ,परन्तु ये जनता है की सब कुछ जानती है |  
२०१९ में जीतना है तो

२०१९ में यदि मोदी जी दोबारा प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं तो उनको बस एक काम करना पडेगा ,
उनको चाहिए कि वो चुनावों में केवल सरकारी कर्मचारियों और वो भी केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के वोट डलवाएं क्योँकि  से देश में बस सरकारी कर्मचारी ही रहते हैं इसलिए वो उनपर ही मेहरबान हैं ,आये दिन उनकी तनखायें बढ़ती रहती हैं और अब तो मोदी जी की कृपा से देश में सभी न्यायालयों के जजों की सैलरी भी सीधे ही ९० हजार से बढ़ाकर २लाख ५०हजार करने जा रहे हैं
यदि वो ऐसा करते हैं तो उनको  ई वी एम्  की भी जरूरत नहीं पड़ेगी ,उनको बस एक कानून पास कराना है और वहां उनकी मेजोरिटी है ही और अब तो मुहर लगाने के लिए आदरणीय राष्ट्रपति भी उन ही के होंगे
अंत में मोदी जी से हाथ  जोड़कर प्रार्थना है की ज़रा वो अपनी नजर घूमकर आम जनता को भी देख लें वैसे देख तो रहे ही हैं परन्तु उनका तो वो खून की आखिरी बून्द भी निचोड़ लेनी चाहते हैं|  

G S T SE TRAHI TRAHI

जी एस टी के कारण आज सम्पूर्ण देश में महंगाई के कारण त्राहि त्राहि मच रही है ,दवाई वालों के पास जाओ तो दवाई नहीं है ,कपडे वाले के पास जाओ तो कपडे नहीं यदि हैं भी तो बहुत महँगे हैं जो शर्ट जून माह में ८५० रूपये की थी वो अब १२०० रूपये में मिल रही है आटा  दाल सब्जियां सभी में आग लगी हुई है ,
दुकानदारों से बात करो तो कोई सीधे मुंह बात ही नहीं करता क्योँकि उनके पास स्टॉक नहीं है और पीछे से जो माल आ रहा है वो बेइंतहा महंगा है ,दुसरे वो कहते हैं हमको जी एस टी की रागमाला समझ ही नहीं आ रही ,कुछ लोग तो अपनी दुकाने बंद करने पर ही तुले हुए हैं ,
अब तो जनता खुद को खुद ही लुटा पता समझ रही है ,जनता पर बहुत भरी बोझ है जी एस टी का ,
जेटली जी जिस जनता को आज आप लूट रहे हो कल को ये ही जनता वोट देगी बस ये बात याद रखना | 

Tuesday, July 18, 2017

आम आदमी से
ख़ास आदमी होकर भी
जो बदल ना सका खुद को
भरोसा भी  क्या करें उसका | 

Sunday, July 16, 2017

यदि  मनमानी करके हमारे देश का कोई भी शासक ,हमारी धन दौलत, जमीन जायदाद, जमीर और  इज्जत भी छीन लेगा तो हम भारतवासी उफ़ नहीं करेंगे परन्तु  देश की आन पर आंच आई तो हम किसी को भी नहीं छोड़ेंगे चाहे वो देशी हो या परदेशी |
देश की जनता