साथियों की हठधर्मी देखकर ,अडवानी हुए काले पीले लाल
बिना विचारे बिना सोच के ,इस्तीफा भेज दिया तत्काल
अडवानी जी का इस्तीफा देखकर ,पार्टी में छाई घोर निराशा
२०१४ के चुनाव के बाद राज करने की धूमिल हो गई आशा
बड़े बड़े दिग्गज नेता भाजपा के पहुंचे अडवानी जी को मनाने
भड़क उठे अडवानी जी उन्हें देखकर ,लगे फाड़ कर खाने
एक एक कर पैर पकड़ने लगे ,और लगे कसमे दिलवाने
पर अडवानी जी नहीं माने और लगे अकड़ दिखलाने
अंत में दादा जी आये और लगे उनको बार बार समझाने
उनके बलिदानों की दी दुहाई ,तब कहीं अडवानी जी कुछ जाने
सुबह को घर से निकला ,शाम को घर वापस आ जाए
अक्लमंद इंसान वाही होता है कह गये ऐसा सयाने
बिना विचारे बिना सोच के ,इस्तीफा भेज दिया तत्काल
अडवानी जी का इस्तीफा देखकर ,पार्टी में छाई घोर निराशा
२०१४ के चुनाव के बाद राज करने की धूमिल हो गई आशा
बड़े बड़े दिग्गज नेता भाजपा के पहुंचे अडवानी जी को मनाने
भड़क उठे अडवानी जी उन्हें देखकर ,लगे फाड़ कर खाने
एक एक कर पैर पकड़ने लगे ,और लगे कसमे दिलवाने
पर अडवानी जी नहीं माने और लगे अकड़ दिखलाने
अंत में दादा जी आये और लगे उनको बार बार समझाने
उनके बलिदानों की दी दुहाई ,तब कहीं अडवानी जी कुछ जाने
सुबह को घर से निकला ,शाम को घर वापस आ जाए
अक्लमंद इंसान वाही होता है कह गये ऐसा सयाने