Sunday, July 24, 2016

जिनको आज हम
पैरों से मसल रहे हैं
कभी वो हमारे सरफरोश  थे
पेड़ पर लगे थे तो शांत थे
जमी पर पड़े तो चरमरा रहे हैं
अपने अच्छे दिनों की कहानी को
महाभारत की भांति सुना रहे हैं
मरते दम तक भी अभिमान टूटेगा नहीं
 यही उपदेश देते देते शहीद होते जा रहे हैं ।

Thursday, July 21, 2016

भारत में एक कहावत है कि " अपने यदि मारते भी हैं तो छाँव में डालते हैं "
परन्तु मेरा अनुभव है की "यदि आपने मारते हैं तो ऐसी जगह डालते हैं जहां छाँव तो छोडो ,मुंह में डालने के लिए एक बूँद पानी भी मयस्सर नहीं होता "

Saturday, July 9, 2016

हुस्न बानो को हुस्न के दीवानों ने
हुस्न बानो बना दिया
उसने भी एक एक कर सभी को गले लगा
एक एक कर सभी का लहू पीया

Friday, July 8, 2016

किसी के दर पे टपकने से तो अच्छा है
उसे अपने दड़बे पर ही बुला लो
करते हो  यदि उससे पाक मुहब्बत
तो उसे अपने जिगर में ही बसा लो

Sunday, July 3, 2016

 इस हुस्न की तुमने हमेशा इबादत की है
देखें गले से भला लगाते कब हो ।

तुम्हारी मुहब्बत तो चांदनी  रातें हैं
फिर दिन में नजर छुपाते क्योँ हो ।

Saturday, July 2, 2016

उन्होंने मेरी आँखों में
ना झांक कर देखा कभी
 बस यूँ ही कह दिया
झील से गहरी हैं तेरी आँखें
 मुझे खौफ है कि
कहीं डूबकर मर न जाएँ
जो मेरी बिल्लौरी  आँखों ने
दे दिया उनको धोखा   ।