Saturday, November 5, 2016

मैं रोता  रहा
उनकी चौखट पर सर पटक पटक कर,
शायद कभी वो
गले लगा लेंगे अपना सा समझकर ,
पर ठोकर मार दी
उन्होंने मुझे गैरों से भी बदतर समझकर ,
पर मैं बेगैरत था
जिद करता  रहा खुद को नाचीज समझकर ।

Sunday, July 24, 2016

जिनको आज हम
पैरों से मसल रहे हैं
कभी वो हमारे सरफरोश  थे
पेड़ पर लगे थे तो शांत थे
जमी पर पड़े तो चरमरा रहे हैं
अपने अच्छे दिनों की कहानी को
महाभारत की भांति सुना रहे हैं
मरते दम तक भी अभिमान टूटेगा नहीं
 यही उपदेश देते देते शहीद होते जा रहे हैं ।

Thursday, July 21, 2016

भारत में एक कहावत है कि " अपने यदि मारते भी हैं तो छाँव में डालते हैं "
परन्तु मेरा अनुभव है की "यदि आपने मारते हैं तो ऐसी जगह डालते हैं जहां छाँव तो छोडो ,मुंह में डालने के लिए एक बूँद पानी भी मयस्सर नहीं होता "

Saturday, July 9, 2016

हुस्न बानो को हुस्न के दीवानों ने
हुस्न बानो बना दिया
उसने भी एक एक कर सभी को गले लगा
एक एक कर सभी का लहू पीया

Friday, July 8, 2016

किसी के दर पे टपकने से तो अच्छा है
उसे अपने दड़बे पर ही बुला लो
करते हो  यदि उससे पाक मुहब्बत
तो उसे अपने जिगर में ही बसा लो

Sunday, July 3, 2016

 इस हुस्न की तुमने हमेशा इबादत की है
देखें गले से भला लगाते कब हो ।

तुम्हारी मुहब्बत तो चांदनी  रातें हैं
फिर दिन में नजर छुपाते क्योँ हो ।

Saturday, July 2, 2016

उन्होंने मेरी आँखों में
ना झांक कर देखा कभी
 बस यूँ ही कह दिया
झील से गहरी हैं तेरी आँखें
 मुझे खौफ है कि
कहीं डूबकर मर न जाएँ
जो मेरी बिल्लौरी  आँखों ने
दे दिया उनको धोखा   ।

Friday, June 24, 2016

तीर तो हमने भी चलाये बहुत
मगर निशाने पर एक भी न लगा
इसे अपना भाग्य कहूं या नाकामी
मुफ्त में बदनामी का ख़िताब मिला ।

Tuesday, June 21, 2016

अमावस्या की काली रात्रि में
कोई मेरा आँचल थामे या ना थामे
पर मैं अपने  संयम के बल पर
पूर्णमासी को प्राप्त करके रहूंगा ।

Monday, June 20, 2016

 वक्त किसी को नहीं मारता
क्योँ उसे बदनाम  करते हो
जब कुकर्म करते हो तो
क्या वक्त से भी पूछते हो ।

Saturday, June 18, 2016

इब्तदा  ऐ इश्क़ में हम सारी रात जागे
अल्ला जाने अब क्या होगा आगे आगे

Monday, June 13, 2016

AMIT SHAH JI KI JUBANI BHRSHTACHAR KI KAHANI

अलाहाबाद में भाजपा अध्यक्ष श्री अमित शाह जी ने कहा की २ साल से केंद्र  में हमारी सरकार है पर हम पर एक भी दाग नहीं ,
पहली बात तो ये है की इससे बड़ा सफ़ेद झूठ और कुछ हो ही नहीं सकता ,की जिनके खुद के आँचल में कितने दाग लगे हैं वो ऐसी बात कह रहे हैं ,तो इसी संदर्भ में पढ़िए

दागों की कमी नहीं है
फिर भी बेदाग़ हैं हम
क्योँकि हम सार्वभौम हैं
और सत्ता भी हमारी है
अभी तक तो सी बी आई
और रा  ही हमारी थी
और मीडिया भी हमारी थी
 सी आई सी ,सी वी सी चुप है
अब न्यायपालिका की बारी है



Monday, June 6, 2016

धरा का  जिसने भी ह्रदय से सम्मान किया किया है
विश्वास कीजिये उनका शीश कभी शर्म से झुका नहीं ।

Wednesday, June 1, 2016

रिश्ते भी कितने अजीब होते हैं
जिनके चेहरों पर हंसी देखकर
हम फूल कर कुप्पा हो जाया करते थे ,
आज वो हमारी आँखों में आंसू देखकर
खुद को हमारा भगवन बता रहे हैं ।

Wednesday, May 25, 2016

प्रेम पत्र पढ़ने  तो अब भूल  ही गए
लिफाफा देखकर ही मन मसोस लेते हैं ।

 

Friday, May 20, 2016

ek nek salah

मेरा ,हमारा और आप सभी का वो ही सच्चा मित्र है " जो आपकी   कमियों ,खामियों को आपके सम्मुख उजागर करके आलोचना करता है क्योँकि वो आपकी कमियों को आपके द्वारा ही समाप्त करवाकर आपको एक शुद्ध और शक्तियुक्त स्तम्भ  देखना चाहता है ।
और जो व्यक्ति हम सभी की कमियों और खामियों को अनदेखी कर बजाय आलोचना के यश प्रसंशा करता   है वो आपका सबसे बड़ा दुश्मन है क्योँकि वो आपको धीरे धीरे  क्षय होता देखकर समूल नष्टता की और अगर्सर कर रहा है ।

Wednesday, May 11, 2016

ansuljhaa sawal

 जब भी कोई किसी को उधेड़ता है
तो सर्व प्रथम जिगर को टटोलता है
और जब वहां कुछ भी नहीं मिलता
फिर इधर ,उधर उंगलियां घुसेड़ता हैं
जब सब करने पर कुछ नहीं मिलता
तो फिर नाक मुंह भी  सिकोड़ता है
फिर पश्चाताप के कारण उद्विग्न हो
फिर अपनी आत्मा को झिंझोड़ता है ।

मैंने लिख दिया है अब अनुमान लगाना आपका काम है की मैं क्या कहना चाहता हूँ

Tuesday, May 10, 2016

मैंने तो हमेशा उनको ,
अपनी धड़कनों में बसा के रखा ,
पर वो हैं कि मेरी धड़कनों को भी
बेवफा का खिताब दिए जा रहे हैं,
किसी को मुहब्बत करना भी अब
भरोसे के काबिल नहीं रह गया है
हम उनको खुशियां दे रहे हैं और वो
घाव देकर नमक भी मले जा रहे हैं ।

Monday, May 9, 2016

आज फिर किसी ने अपने ही हाथों से
उस मासूम आईने को तोड़ा है
जिसने सदा बुरा काम करने से पहले
उसके दिल को बार बार झिंजोडा है  ।

इश्क़ ,मुहब्बत ,प्यार , वफ़ा
सब किस्मत का फेरा है ,
जब किस्मत ना देती साथ
तो ना कोई तेरा है और
नाही कोई भी मेरा है
ये दुनिया रेन बसेरा है ।

Wednesday, May 4, 2016

ek nek salah

यदि हम सभी अपने माँ बाप को मात्र कोई भी भगवन मान लें जैसे ,सीता राम , राधा कृष्ण ,या पारवती शिव ,और उनकी पूजा मात्र  ऐसे ही २ या ४ मिनट मिनट करें जैसे कि आप  भगवानों की करते हैं और भोग भी वैसे ही लगाएं जैसे की भगवन को लगाते हैं हैं तो मैं ये गारंटी देता हूँ कि किसी भी वृद्ध जन  वृद्ध आश्रम जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योँकि बुढ़ापे में प्रत्येक व्यक्ति को मात्र मान और कुछ भोजन ,जो की भोग से ही काम चल जायेगा ,आवष्यकता होती है और हमारे सभी के घरों में भी सुख शांति का वातावरण बन जायेगा ,
क्योँकि वृक्ष और बुजुर्ग बुढ़ापे में फल भी नहीं देते तो छाँव अवश्य देते हैं ,इसलिए इन दोनों को कभी भी बेकार मत समझो ।

Wednesday, April 27, 2016

मत भूलो उस जिंदगी को
जिसने हमेशा तुम्हारा साथ  दिया हैं
 हो सके तो भूल जाओ खुद को क्योँकि
तुमने सदा उसके साथ विश्वासघात किया है ।

Wednesday, April 20, 2016

हुश्न को बिना देखे
इबारत नहीं लिखी जाती 
और हुश्न देखने के पश्चात
ईमारत बना दी जाती है
यदि हुस्न कबीले तारीफ हो 
तो इबारत भी गजब ढाती है ,
यदि महबूब बादशाह हो तो
मुहब्ब्त ताजमहल बन जाती है ।

Tuesday, April 19, 2016

यदि  गधे भी सिगरेट्स पिया करते ,और तम्बाकू या गुटखे  खाया करते तो 
तो फिर आदमी या ओरत ना सिगरेट पीते और नहीं तम्बाकू ,गुटखे खाया करते 
क्योँकि फिर जनता उनको भी गधा या गधी कहकर सम्बोधित किया करते इसलिए 
फिर वो ना तो धुंआ ही छल्ले  बनाकर उडाते और नाही पोीक थूककर जमीन गन्दी करते 
हे भगवन ऐसे लोगों से देश को मुक्त करा। 

Saturday, April 16, 2016

 इन्तजार में जो मजा है
वो इजहार में कहाँ
जो इजहार में मजा है
वो इकरार में कहाँ
जब इकरार ही कर दिया तो
फिर बेकरारी किस बात की
जब बेकरारी का हुआ ख़ात्मा
फिर मुहब्ब्त भी हुईं  फना ।

Tuesday, April 5, 2016

kataaksh

यदि गधों के भी सींग  होते
तो वो संसद  में बैठकर
ढीचु ढीचु के उच्च स्वर के साथ
सींगा  सींगी भी खूब खेलते

Saturday, March 26, 2016

ANDH BHKT

अंध  भक्त वो ही हैं
जो अंग्रेजों के जमाने में
तलुए चाटते रहे ,
 कांग्रेस के जमाने में
पत्ते चाटते रहे ,
 भाजपा के इस युग में
जूठन चाटते  रहे ,
और जिसने भी
नेक सलाह दी तो
उसे सबक सिखाते रहे ।
 

Monday, March 14, 2016

hnsee

     हंसी जब गरीबों  के ओष्ठों पर मयूर जैसी
     थिरकती है तो कुछ और ही बात होती है ,
     यौ तो अमीरों की हंसी दिन भर देखते हैं
     परन्तु वो सदैव बनावटी ही प्रतीत होती है    ,
     दो सूखी रोटियां उदरस्थ हो जाने  भर से
     जो आत्म संतुष्टि गरीब को प्राप्त होती है ,
     करोडो रुपया पानी की भांति बहाने पर भी
     किसी अमीर को कहाँ  कभी प्राप्त होती है ,
     तड़फते रहते हैं अमीर क्षणिक हंसी हेतु
    जैसे ही मिलती है तो परेशानी सामने होती है ,
    गरीब  को जब आती है तो आती ही रहती है
     सब कष्ट दर्द मिटा ओतप्रोत कर  देती  है

Wednesday, March 9, 2016

nek salah

 एक बात बोलूं ,
कभी भी किसी के साथ
पग से पग मिलाकर मत चलो
यदि वो डूबेगा तो
तुम भी बच नहीं पाओगे ,
यदि थोड़ा फासला रखोगे
तो उसे देखकर
सतर्क हो जाओगे और
डूबने से अवश्य  बच जाओगे ,

Tuesday, March 1, 2016

एक शायर की शादी के कुछ दिन बाद का ये शेर है ।
जिनके कल तक हम महबूब हुआ करते थे
आज वो हमारे महबूब बन गए हैं
वो आराम फ़रमा रहे हैं बिस्तर पे
और हम जमीं पे  शादी की इबारत लिखरहे हैं

Monday, February 22, 2016

jo doge wahi milegaa

मैंने  अपनी ख्वाइशों को ताक़ पे रखकर 
अपनी सब जमा पूंजी तुम पर खर्च कर 
मूक बनकर बैठा डाक पेड़ पर उल्लू बनकर 
बड़ा बन जाने पर तूने फर्ज निभाया अपना
हम मियाँ बीबी को वृद्धाश्रम में भेजकर ,
पर एक बात याद रखना मेरे प्यारे बेटे 
जो तूने आज हमको दिया है बदले में 
वो ही सीख रहे हैं तेरे बच्चे भी आज 
अपने प्यारे दादा दादी की हालत देखकर 
वो भी बदला देंगे तुझ  को यहाँ भेजकर ।