Tuesday, December 30, 2014

लक्ष्य प्राप्ति हेतु

जो मानव भूख से त्रस्तहोने पर भी
सुमार्गों पर सदैव प्रसस्त रहते हैं
उनके मार्ग में आये हुए पर्वत भी
मार्ग उनके लिए स्वयं छोड़ देते हैं ,
सांसारिक व्यक्तियों को दृष्टांत देने हेतुं
भिक्षुक बन देशाटन करते रहते हैं
जो पदार्थ जैसा भी जहां भी मिला
 नियति मान ,क्षुधा शांत कर लेते हैं ,
 अनगिनत अवरोध विरोधावास होते भी
परिवर्तन लाने में पूर्णत सफल होते हैं
और एक दिन विरोध करने वाले भी
उन्हें ईश,महात्मा,गुरु और देव कहते हैं |

Thursday, December 18, 2014

पाक से मृत बच्चों के अभिभावक

इतने जख्म दिए है तुमने कि
मलहम के फाये भी कम पड़ जायेंगे
आज अपनों का शहीदी दिवस मना रहे जो
कल तुम्हारा भी मातम वो ही जरूर  मनाएंगे |
बकरों कि माएं आखिर कब तक खैर मनाएंगी
शहीदों कि माएं  तुम्हारे गले पर छुरियाँ चलाएंगी
फिर तुम्हारा नामो निशाँ इस जहां में नहीं बचेगा
नाही कोई अश्क बहायेगा तुम्हारे लिए नाही मातम मानेगा |

Wednesday, December 17, 2014

मलानत

जिन बच्चों को मारा तुमने
वो सब निरीह और निराकार थे ,
वो खुद ,खुदा के आकार थे
उनमे कितने ही मुहम्मद जब्बार थे ,
सभी भविष्य में पाक धरोहर
और अब्बु ,अम्मी का दुलार थे ,
तुमने क्योँ मारा उनको तालिबानी
क्या यही है तुम्हारी शेर दिल कहानी,

Saturday, December 6, 2014

हम शिकवे शिकायत क्योँ करें तुम  से
जब तुमने जिंदगी से ही जुदा कर दिया है
मैंने गजलें लिख लिख भेजी थी तुमको पर
 तुमने अब तक खतो किताबत ना किया है
मेरा कसूर क्या था जानेमन ,हुस्ने बहार 
मैंने तो माशूका समझकर बस इश्क़ किया है
आज तक  खुद  को फरहाद समझता रहा
और तुमको इबादत से शीरी खिताब दिया है ,

Tuesday, December 2, 2014

इश्क़

जिंदगी को खुशनुमा बनाना है तो 
किसी से भी इश्क़ जरूर कीजिये ,
क्योँकि इश्क़ और मुश्क कभी नहीं छिपता 
इसलिए छिपाने की  कोशिश मत कीजिये,
चाहे कितनी ही मुश्किलें आये रास्ते में 
एक दुसरे से बेवफाई कभी ना कीजिये ,
ताजिंदगी एक दूजे को कभी न छोड़िये 
मौत भी कभी आ जाए तो गले लगा लीजिये  |