Sunday, March 26, 2017

ek vichar

आपके बुरे वक्त में भले ही कोई व्यक्ति आपकी सहायता ना करे परन्तु जब" उसको आपकी सहायता की जरूरत हो तो आप  उसकी जितनी भी सहायता हो सकती  है निसंकोच कीजिये ",पहल करने की जरूरत है और फिर परिणाम देखिये ।

Monday, March 20, 2017

धन से सब कुछ  खरीदा जा सकता है ,यहां तक की जीवन और म्रत्यु भी ,और सब कुछ बनाया भी जा सकता है ,परन्तु चरित्र ना तो बनाया जा सकता है ,और नाही खरीदा जा सकता है ।
जब दिल पर चोट लगती है तो  आँखों से आंसू निकलते हैं ,और जब दिल को असीम ख़ुशी मिलती है तो भी आँखों से आंसू ही निकलते हैं यानी की दिल आँखों और आंसूओं में कितना समन्वय है ।