Friday, April 30, 2010

सी ४७ वाले मित्तल साहब और हाई कोर्ट

आज हम मित्तल भाइयो के साथ दिल्ली उच्च न्यायालय में उनके वकील सिनिअर बंसल साहब से मिले उनकी आयु लगभग ८५ वर्ष है परन्तु अभी भी केसेस लड़ते है ,उन्होंने हम लोगो से बहुत अच्छी तरह बातें कि ,काफी सुलझे व्यक्ति हैं उनसे वार्तालाप करके बहुत अच्छा लगा ,उनका बेटा और कुछ जूनियर वकील भी उपस्थित थे वैसे उनका बेटा भी उच्चतम न्यायालय का वकील है

Tuesday, April 27, 2010

१ पन्ना और १ गोमेद

आज श्री तोमर मेरे घर आये और उन्होंने एक पन्ना लगभग ७ .२५ रत्ती और ८ .५० रत्ती गोमेद अपने बोस के लिए खरीदा और उनकी कीमत भी उसी वक्त अदा कर दी और लगव्भाग ५ मिनट बैठकर चले गए और शाम को फोन प़र उन्होंने बताया कि बोस तो ४ दिन बाद ही मिल पायेंगे

Monday, April 26, 2010

हनुमान मंदिर जमुना बाजार

मैं आज शाम को आर.एन से मिलकर आ रहा था तो रास्ते में हनुमान जी का मंदिर पड़ता है जिनकी काफी मान्यता है उनको मुर्दा घाट वाले (मरघट )वाले बाबा के नाम से जाना जाता है अचानक मेरे दिमांग में आया कि क्यों ना आज बाबा से मिलकर चला जाय यद्यपि आज सोमवार का दिन था फिर भी मैं बाबा के मंदिर जाकर प्रसाद आदि चदाकर और पूजा करके और टेक कर आया और जो कुछ विनती करनी थी कि ह्रदय को काफी संतोष सा मिला ,अब देखते हैं बाबा हमारा क्या उद्धार करते हैं ,जो भी वो करेंगे अच्छा ही करेंगे ,वैसे मैं पहले भी एक दिन रविवार के दिन मत्था टेक कर आया था लगभग १ माह पहले कि बात है

Saturday, April 17, 2010

अप्रैल माह में जून कि गर्मी का आतंक

आज गर्मी ने पूरे देश में आतंक फैला रखा है ,कहते हैं कि आज कि गर्मी ने पिछले ५१ वर्षों का रिकार्ड तोड़ दिया ,आज का तापमान दिल्ली में ४४ से ऊपर ही था और आगरा जैसे शहर में तो ४५ से भी पार हो गया ,अब ऐसे में जब बिजली और पानी दोनों कि मार पड़ी हो तो सोचो जीना तो दूभर हो ही जायगा ,पता नहीं क्यों मौसम में इतना बड़ा बदलाव कैसे आ गया ,भगवान् ही रक्षा करेंगे ,मैं तो पूरे दिन ही घर से नहीं निकला क्योंकि मुझे गर्मी कुछ लगती भी ज्यादा है और मैं आप सभी लोगों को भी

Thursday, April 8, 2010

टी,वी प़र एक चोर की मुंहजबानी

eआज तक का चेनल जैसे ही खोला तो देखा कि १ चोर को कुछ पुलिस वालों ने पकड़ रखा था और वो शोर मचा रहा था कि सालो तुमको देख लूंगा तुम्हारे जैसे छत्तीसों पुलिश वाले रोजाना मुझे सलाम ठोकने मेरे घर आते हैं मैं किसी एस ,एच ,ओ ,या ऐ सी, पी,या डी सी ,पी से नहीं डरता ,तुम क्या समझते हो कि मुझ प़र झूठा चोरी का केस बनाकर जेल में सडा दोगे ,देखता हूँ कि कैसे मुझे जेल में डालोगे अगर तुम्हारे कच्चे चिट्ठे ना खोल दिए तो मेरा नाम नहीं ,इतनी बकवास वो कर रहा था प़र पुलिश व्वाले कुछ नहीं बोल रहे थे मैंने बराबर में बैठे साथी को कहा कि देखो क्या ज़माना आ गया है :उलटा चोर कोतवाल को डाट रहा है ; तो उसने कहा कि ये पुलिश वाले भी वोही हैं जो इसके साथ मिले रहते है यदि ऐसा ही चलता रहा तो लोकतंत्र कि रक्षा कैसे होगी और चोरी ,बदमासी .दादागिरकैसे रुकेगी ,देश में क़ानून नामकी कोई चीज नहीं बचेगी ,आखिर पुलिश वालों को भी व्यवस्था का दोष क्यों दिया जाए

Wednesday, April 7, 2010

सानिया शोएब ,आयशा प्रकरण

इ कितने ही दिन की हील हुज्जत ,इज्जत और बेइज्जती ,संसार प्रसिद्धि ,समाचार पत्रों को मसाला देकर ,टी ,वी ,चेनल्स को काम देते हुए और अंत में सोएब ने आयशा को अपनी पूर्व पत्नी मानकर और उसे तलाक़ नामा देकर कम से कम सानिया की शादी का रास्ता तो साफ़ कर दिया और अपनी हसरत पूरी करने की भी पूर्ती कर ली ,चलो जो हुआ अच्छा ही हुआ ,
प़र अभी तक मुझे एक बात समझ नहीं आई की ऐसे क्या सुरखाब के प़र शोएब में लगे है की जिसके लिए सानिया दर बदर होने के लिए भी तैयार है और जिस देश की जनता ने उसको अपने बच्चों जैसा प्यार दिया और जिस जनता से उसने करोड़ों रुपया भी कमाया उनको भी छोड़कर ,दो नंबर की पत्नी तक बन्ने के लिए तैयार है ,और वो भी ऐसे देश के नागरिक से शादी कर रही हैं जिससे की हमारी पैदाइसी दुश्मनी है ,यदि सानिया ने शोएब से शादी करके दुबई आदि में जाकर बसने का फैसला कर ही लिया है तो मैं समझता हूँ की कोई भी भारतवासी ,वो चाहे किसी भी धर्म को मानता है शायद ही सानिया से कोई रिश्ता रखे ,क्या भारत में २५ करोड़ मुसलामानों में उसे अपने समक्क्षक कोई पति नहीं मिला ,हमारे देश में एक से एक खुबसूरत नोजवान मुस्लिम भाई भरे पड़े हैं ,उनमे से किसी से भी शादी करे शायद सानिया को ख़बरों के घेरे में रहने के लिए ऐसा कर रही है ,मेरे विचारों में तो उसको अपना फैसला बदल लेना चाहिए आखिर अपना देश अपना ही होता है ,पैसे से सबकुछ नहीं खरीदा जा सकता ,शोएब की बाड़ी लेंगवेज ये बताती है की ,वो सानिया के जीवन को तबाह कर देगा ,अभी भी समय है सानिया को सभाल जाना चाहिए

Tuesday, April 6, 2010

तारीख ६\४ \२०१०

वाह रे न्यायपालिका , आज हमारे एविक्सन की तिस हजारी कोर्ट में रूम नंबर ९ ,जज ऐ .के चावला ,के यहाँ तारीख थी ,४ माह के लम्बे अरसे के बाद तारीख आई ,हमारे वकील के द्वारा एक कागज़ प़र गलती से मेरे नाम के स्थान प़र खाली कराने वाले का नाम लिख दिया गया ,हमारे वकील ने कहा भी कि सर गलती हो गई मैं अभी इसको सही किये देता हूँ प़र सामने वाले का वकील बोला कि असली प्लेंतिफआया नहीं इसके लिए पिछले जज ने ३००० रुपया जुर्माना बोला था सो आप लगाइए ,हमारे वकील ने कहा सर आप इनकी एविडेंस करा लो जब कि मधु चौहान बीमार हैं ,एप्लीकेशन भी दी परन्तु नाही तो उनका वकील माना और ना ही जज ,और ३००० रुपया जुर्माना लगा दिया ,कितना अच्छा न्याय प्रकिर्या है मेरी देश कि और फिर २ माह के लिए यानी ३१ \५\ १० के लिए फिर लटक गए