Sunday, February 9, 2014

गरीब और शरीफ

जी हाँ एक कहावत है "गरीब कि जोरू सबकी भाबी "
इसके साथ कुछ और जोड़िये "शरीफ कि जोरू सबकी हाँ जी "
जी हाँ इसका मुख्य मकसद हैं कि आज हमारेना  देश में ही नहीं अपितु संसार के सभी देशों में गरीबों और शरीफ आदमियों पर ही जुल्म होते हैं परन्तु हमारे देश का ग्राफ कुछ ज्यादा ऊँचा है ,हमारे देश में हमारे समाज से लेकर ,यहाँ कि पुलिस ,नेता ,राजनेता ,सरकारी अफसर यहाँ तक कि जुडिशियरी भी उनके साथ न्याय नहीं करती ,उनको सभी जगह प्रताड़ित ही होना पड़ता है ,धक्के खाने पड़ते हैं लज्जित होना पड़ता है परन्तु कोई भी उनको सांत्वना तक भी नहीं देता ,है ना अन्याय कि चरम सीमा ,और जब कुछ भी किसी भी चरम सीमा को पार कर जाता है तो फिर आता है परिवर्तन ,परिवर्तन ,जैसा कि अभी हाल में ही हुआ कि एक आम आदमी को दिल्ली का मुख्य मंत्री बनाकर जनता ने आप सभी के सामने परोस दिया ,है ना aakhir grib और शरीफ आदमी कि जीत ,बड़े बड़े धुरंधर अमीर नेता अरबपति मुख्यमंत्री ,अध्यक्ष ,अहंकारी धुल धूसरित हो गये |


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