Friday, February 14, 2014

क्या वास्तव में भाजपा के एम् एल ऐ लेबल के कुछ नेताओं को व्यवहारिक ज्ञान नहीं है और उनका बोलने का तरीका ,बातचीत करना बहुत ही असंगत और बेहूदा और अक्खड़पन लिए होता है जिसके अंदर  गालियों का पुट भी होता है ,आज १४.२ .१४ को जो दिल्ली विधान सभा में भाजपाइयों का तांडव नृत्य देखने के काबिल था जिनमे साहिब सिंह चौहान कि भाषा तो महागन्दी थी और चीखपन लिए थी ,दूसरी हर्षवर्धन जी कि जो कि पार्टी अध्यक्ष भी हैं और आदरणीय नंदकिशोर जी ने तो हद ही कर दी उन्होंने तो केजरीवाल के १ विधायक को चोर तक कह दिया और भी काफी कुछ कहा जैसे कि ऐसे तो उनकी जेब में कितने ही पड़े होते हैं ,और भी कई विधायक भाजपाई थे जो बदतमीजी से पेश आ रहे थे जिनका नाम हैम नहीं जानते इसके अलावा में पहले भी लिख चुका हूँजिनमे पूर्व अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ,जॉली जी और पूर्व मेयर ,ये सभी आज तक आम आदमी पार्टी को बुरी तरह कोसते रहे हैं ,
पर जिस भाषा का प्रयोग अभी तक ये भाजपाई जनता के बीच ,चैनलों पर और विधान सभा में बोलते रहे हैं उसका हर्जाना तो पब्लिक इनको चुनाव के समय में अवश्य देगी ,और भाजपाई शायद गलत फहमी के शिकार हैं अगली सरकार इनकी आदतों के कारण ही नहीं बन्ने वाली इन्होने ने तो आदर्शों कि धज्जियां ही उड़ा दी ,ये सबकुछ जनता देख रही है ,हकीकत तो यही है कि ये कार्यकर्ता या नेता तो नरेंद्र मोदी जी कि म्हणत पर भी पानी फेर रहे हैं |

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