Thursday, February 13, 2014

मित्रो क्या  आप जानते हैं कि  कल अप्रत्यक्ष रूप से दिल्ली कि केजरीवाल सरकार को गिराकर भाजपा और कोंग्रेस पार्टीज दोनों ने मिली जुली सरकार बनाकर विधान सभा में कई क़ानून भी पास कर लिए हैं और विधान सभा अध्यक्ष को भी हटा दिया है ,है ना मजे कि बात ,आपको पता भी नहीं चला और दोनों ने मिलकर अप्रत्यक्ष रूप से सरकार भी बना ली और केजरीवाल जी को भाजपा और कोंग्रेस दिल्ली परदेश अध्यक्षों ने सिन्दूर और चूड़ियाँ भी भेंट कीं ,क्योंकि वो दिल्ली सरकार को चलाने में असमर्थ रहे ,यदि अभी तक इन दोनों कि सरकार होती तो दो महीने में दिल्ली कि सभी समस्याएं खत्म कर देते जैसा कि वो पिछले १५ सालों से करते आ रहे हैं ,इन दोनों पार्टीज को इतना क्रोध आया कि उन्होंने केजरीवाल जी का माइक भी तोड़ डाला ,
पर यदि भाजपा और कांग्रेस ने मिलना ही था तो फिर पहले ही इन्होने मिलकर सरकार क्योँ नहीं बनाई ,बीच में क्योँ केजरीवाल जी को लाये जिनको राजनीति का अनुभव ही नहीं था ,बेकार में बेचारे को बेइज्जत किया ताकि दोबारा वो या कोई भो बीऊरोक्रेट राजनीति का नाम ही ना ले ,केवल नौकरी ही करता रहे ,देश कि सेवा करने का मौका तो तो देश के भ्रष्टाचारियों को ही मिलना चाहिए |

No comments:

Post a Comment