Friday, February 21, 2014

प्रतीक

नेमिषारण्य में
नैसर्गिक आनंद की
अनुभूति
ह्रदय पटल पर
उक्रित चित्रकारी की
वक्रित लकीर
मनोमालिन्य पर
सानिंध्य हेतु छाती
सुगंधित समीर
कैनवास पर थिरकती ,
नृत्य करती ,मुस्कराती
अधबनी तस्वीर
जिस्किम समीपता से
सौंदर्यता से
ओट प्रोत होता प्राचीर
धारा को भी
सुशोभित करता
स्वेदाम्बु होता अधीर
पूर्णिमा को
शशि को सपर्श
करने हेतु
प्रयासरत क्षीर नीर |


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