Friday, February 26, 2010

आज २०१० का बजट था

आज हमारे देश के वित्त मंत्री श्री प्रणव मुखर्जी ने देश का बजट लोकसभा में पेश किया ,जिसमे देश के सभी वर्गों ,गरीब अमीर ,छते बड़े दुकानदार से लेकर बड़े बड़े उद्योगपतियों का सभी का भरपूर ख्याल किया परन्तु इस बजट से महंगाई की जो मार आम आदमी झेल रहा है उसको रियायत नहीं मिलने वाली और नाही किसी का कोई भला होने वाला आयकर रेशो को ५ लाख तक १० प्रतिशत टैक्स करके जरूर अच्छा किया है प़र रुपया कमाने का तरिका भी बताये मंदी की मार झेल रहे लोगों को खाने के लाले पद रहे है सो वो इतनी आय कहाँ से करेंगे ,ऊपर से उन्होंने पैट्रोल और डीजल के रेट भी कुछ ज्यादा ही बड़ा दिए इससे भी महंगाई और बढेगी ,आम आदमी को तो कोई रियायत नहीं मिली हाँ कुछ रियायत किसानो को लोन प़र ब्याज में कुछ कर दिया दुसरे एक्साइज ड्यूटी २ %और बड़ा दी जोकि लगभग सभी चीजो पे गाज गरेगी ,दुसरे सन १९८५ में मंत्री जी ने ओडिटकी सीमा ४० लाख की थी और उसके बाद आज २४ साल बाद उसकी सीमा ६० लाख की है जब की कम से कम २ करोड़ तो होनी ही चाहिए थी यहाँ प़र मंत्री जी ने शायद हिसाब नहीं लगाया ,चलो अगली बार देखेंगे ,

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