Friday, February 19, 2010
काम करो कुछ भी करो खाली मत बैठो ,किस्मत साथ देगी
हमारा प्रापर्टी का काम भी है ,अचानक मुझे एक दिन किसी व्यक्ति का आसाम से फोन आया कि हम संसार में कहीं भी जमीन खरीदना चाहते हैं ,हमने कहा क्या भाई आप चाँद पे भी जमीन खरीद सकते है उन्होंने कहा कि क्योँ नहीं ,जहां भी आप हमको जमीं दिलवाएंगे हम तो वहीँ पे खरीद लेंगे प़र शर्त ये है कि जमीन साफ़ सुथरी और अच्छी होनी चाहिए और किसी के अधीनस्थ भी ना हो ,हम समझ गए कि उन को कौन सी जमीन बेचनी है ,इस तरह उनको हमने बुला लिया और वो अपना एक ३०या ३२ आदमियों का डेलिगेट लेकर आ गए ,हमने उनके साथ एक मीटिंग भी रक्खी और विचारार्थ के बाद मैंने ललित को कहा कि भाई इनको बोली लगाकर प्लाट बेचो ,ललित ने आवाज लगाकर बिड कि शुरुआत कि और एक प्लाट बेच दिया प़र ये नहीं बताऊंगा कि कितने रूपये में बेचा अगर ये बात आयकर विभाग को पता लग गयी तो वो मेरा बाजा अवश्य बजा देंगे ,अभी उन्होंने २९ प्लाट खरीदने का वायदा और किया है अब उनसे अगली मुलाक़ात ३० फ़रवरी को होनी है
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