Thursday, February 25, 2010
अमेरिका रिटर्न के द्वारा वहाँ की कुछ बातें
कुछ दिन पहले मेरे एक मित्र अमेरिका से घूम कर आये हैं ,उनसे मेरी कुछ बातें हुई ,जो अमेरिका का खाका खींचने में सक्षम है ,मैंने उनसे कहा की मैं कभी अमेरिका नहीं गया वहाँ की कुछ बातें मुझे बताओ तो उस समय वो और हम उनकी गाडी से ही जा रहे थे और कार वो खुद चला रहे थे ,,मुंह में पान या गुटका कुछ चबा रहे होंगे ,तो उन्होंने बताया की अमेरिका बहुत सुन्दर है ,अरे साहब वो तो साक्षात स्वर्ग है ,इतनी सफाई की मैं आपको बता नहीं सकता ,कहीं भी सड़क प़र कोई पान या गुटके की पीक नहीं ,और तभी मुन्होने एक भारी सी पीक सड़क पे मार दी मैंने देखा की साड़ी सड़क ही पीक से लाल लाल हो गयी ,अरे साहब वहाँ तो कोई सड़क पे होर्न भी नहीं बजा सकता ,और वो खुद मिनटों के अंतराल से होर्न बजा रहे थे ,कार चलाते हुए सिगरेट भी नहीं पी सकते ,मोबाइल फोन का इस्तेमाल तक कार चालाक नहीं कर सकता ,जब की वो स्वयम अपने फोन से बातें भी करते जा रहे थे ,आप गाडी में बैठकर कुछ खाने पीने के बाद कोई भी वेस्टेज बाहर नहीं फेंक सकते जब की वो स्वयम किला खाकर उसका छिलका भी अपने देश में सड़क पे ही फेंक देते हैं .कार को आप एक निश्चित रफ़्तार से ही चला सकते हैं आपकी गाडी में वो सबकुछ होना चाहिए जो वहाँ के नोर्म्स के अंतर्गत है ,परन्तु उन साहब की गाडी में तो स्टेपनी तक नहीं और गाडी की चलने आवाज कम और उसके बजने की आवाज ज्यादा ,वहाँ भिखारी नाम की तो चीज ही नहीं है ,तभी रेड लाइट प़र कुछ बिखारी बच्चे आ गए तो उन साहब ने उनको पैसे बांटने शुरू कर दिए ,मैंने उनसे कहा की अगर ऐसे ही बच्चे अमेरिका में गाडी चलाते तुम्हारे सामने आ जाते तो क्या तुम उनको कुछ देते ,अरे भाई देते तो पिछली गाडी वाला कम्लेंत कर देता हाँ एक और बात भी है वहाँ की तुम्हारी गाडी के पीछे की गाडी वाला भी तुम्हारी हरकतों प़र ध्यान रखता है और जैसे ही आप कुछ भी गलत करते हैं ,वो आपकी कम्प्लेंट कर देता है ,प़र हमारे यहाँ तो साहब कोई देखता तक नहीं ,मैंने कहा की जितने कार्य आपने अपनी कार में ही कर दिए इतने प़र तो चालान ही चालान ठुक जाते ,हाँ कम से कम १० चालान तो ही जाते और चालानों पे जुर्माना हजारों डालरों में होता ,इतना होता की कार बिकने की नौबत आ जाती ,और यहाँ ,अरे भाई यहाँ कौन देखता है तभी तो तुम जैसे सभी नागरिक ही अपने देश को नरक लोक कहते हैं ,यहाँ का कोई भी नागरिक देश को स्वर्ग बनाने की नहीं सोचता केवल विदेशों का उदाहरण देते हैं प़र उनकी नक़ल तक भी नहीं करते ,जहां दिल में आया गंदगी फैंक दी ,जो भी दिल में आया बस कर दिया ,तो भाइयो हमारी तो आपसे प्रार्थना है की आप लोग खुद अपने देश को स्वर्ग बना कर सफाई रखके सौन्दर्यता प्रदान करे केवल एक्साम्पल ना दें कुछ करके भी दिख्ह्ये तभी विदेशी भी हमारे आकर हमको सभी और देश को स्वर्ग कहेंगे
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