Wednesday, October 8, 2014

मेरे देश कि जनता

पशु, पक्षी ,परिंदे ,और सभी प्रकार के जानवर तक भी जानते हैं कि यदि कोई व्यक्ति उनको उनकी ही बोली बोलकर सुनाता है या उनके सम्मुख किसी प्रकार का नाटक करके दिखाता है या  उनको किसी भी प्रकार से लुभाता है या लालच देता है अथवा किसी भी प्रकार का स्वांग रचता है तो वो उस व्यक्ति के सम्पर्क में आना तो छोडो उससे दूर ही भागते हैं नाही उसको अपना समझते हैं परन्तु वाह रे मेरे  हिन्दुस्तान कि जनता तुम कितनी भोली भाली और निश्छल ,और समझदार हो कि आपके पास कोई भी व्यक्ति या नेता आपके पास आकर सुहाने सपने दिखाता है ,या किसी भी प्रकार का लालच देता है ,तुमसे अपनत्व जताता है तुम्हारी बोली बोलकर दिखाता है ,आपसे गले मिल लेता है ,हाथ मिला लेता है और दूसरी पार्टियों के नेताओं या व्यक्तियों कि कमी गिनाता है या बुराई करता है ,प्रितिदिन नए नए खद्दर के अच्छे कपडे पहिनकर दिखाता है ,या खुद को गांधी ,नेहरू ,पटेल का शिष्य बताता है या खुद को बहुत छोटा व्यक्ति बताकर आपको इमोशनली प्रभावित करता है तो आप उसको अपना नेता ,भाई ,मित्र मान लेते हैं और अपने वोट के अधिकार को सम्पूर्ण तन मन धन तक को उसके हवाले कर देते हो ,और जब बाद  में आपको धोखा मिलता है तो फिर खुद को कोसते हैं या उस व्यक्ति ,नेता को गाली देते हो और ये ही रवैया पिछले ६७ साल से चला आ रहा है उसमे कोई सुधार नहीं हुआ और नाही आता नजर आ रहा है चलो सबका भगवान भला करेंगे जनता का भी और देश का भी ,वैसे अभी भी वक्त है |

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