Monday, April 7, 2014

अपमान जनक स्तिथि से गर्सित भारतीय नारी

आखिर हम भारतवासी
आज अपनी ही बहन बेटियों  
माता और बहुओं को ही
प्रताड़ित क्योँ कर रहे हैं ,
क्या पूर्वजों के द्वारा दिए
सभी नियम व् संस्कारों को 
हमने तज दिया है या
उनके महत्त्व को भूल गये हैं ,
बहन,बेटियों से  बलात्कार कर
उन्हें बुरी तरह शर्मसार कर
कुढ़ कुढ़ कर मरने हेतु
उन्हें  मजबूर कर रहे हैं ,
अपनी बेटियों  को शिक्षा
और अच्छे संस्कार ना देकर
समाज में हंसीं का पात्र बना
आत्महत्या करने हेतु
मजबूर कर रहे हैं ,
अपनी पुत्र वधुओं से
दहेज़ कि मांग बार बार कर
उनको प्रताड़ित कर कर के
जौहर करने को मजबूर कर रहे हैं ,
अपनी उन माताओं को
जिन्होंने हमें धरावतरण कराया
उनको उचित सम्मान ना देकर
उनका आत्महनन कर रहे हैं ,
हमको तो अब लज्जा आती है
सवयम को भारतीय कहने पर
कहीं दूर बस जाना चाहते हैं
ऐसे समाज को तिलांजलि देकर |






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