Tuesday, November 11, 2014

वोट का अधिकार

हमारे देश की जनता के पास ऐसा कोई अधिकार नहीं है जिसे वो अपना कह सके ,जैसे की प्रॉपर्टी का अधिकार भी नहीं है जोकि आपने अपनी खून पसीने की गाढ़ी कमाई से बनाई है ,वो भी हमारे देश की ही धरोहर है ,इसी प्रकार हमारा शरीर भी हमारा नहीं है वो भी सरकार की प्रॉपर्टी है ,क्योँकि आपको आत्महत्या तक करने का अधिकार नहीं है यदि आपने किसी भी कारण से दुखी होकर आत्महत्या करने की कोशिश की और किसी कारण आप नहीं मरे तो आपको बचने की हालत में सीधा जेल जाना पडेगा , 
यदि हमारे पास है तो वो है मात्र विचारों की स्वतंत्रता और दूसरा अधिकार हमारे पास है जिसे हम अभी तक अपना अधिकार कह सकते हैं और वो है वोट देने का अधिकार ,उसमे हम किसी को भी वोट करें ,या ना करें ,करें भी तो किसी को भी करें ,परन्तु अभी ज्ञात हुआ है की हमारे आदरणीय प्रधान मंत्री जी उसे भी छीनने जा रहे है यानी की वो कहते हैं की वोट डालने के लिए सभी को जाना पडेगा और वोट करना भी पडेगा और जो नहीं वोट देने जाएगा उसे कोई न कोई सजा अवश्य दी जायेगी अभी सजा का प्रावधान नहीं हुआ है की वो किसप्रकार की सजा होगी ,जुर्माना या जेल वो अभी निश्चित  नहीं किया गया है ,यद्द्य्पी वो ये कानून गुजरात में पास भी कर चुके हैं पर अभी सजा का प्रावधान नहीं किया है ,
खैर मेरा कहने का तातपर्य ये है की जो कानून हमारा है और उसे प्रयोग में लाएं या ना लाएं हम किसी को वोट दें या ना दें उसको भी भी क्योँ हमसे छीनने का प्रयास किया जा रहा है |क्या ये हमारी स्वतंत्रता का हनन नहीं है इसलिए हमारी मोदी जी से प्रार्थना है की वो इस नियम को पास ना करें |

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