Saturday, August 30, 2014

वास्तविकता यही है

वास्तविकता
यदि आप किसी यार ,दोस्त ,रिस्तेदार ,व्यापारिक दोस्त ,पडोसी के घर किसी शादी समारोह ,जन्मदिन ,साल गिरह ,या किसी भी फंक्शन का इन्विटेशन कार्ड देने के लिए उनके घर जाते हैं और दोनों हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं कि आपने समारोह में अवश्य आना है ,आपके बिना सब कुछ अच्छा अच्छा नहीं लगेगा
उन्होंने कहा कि क्योँ नहीं भाई साहब अवश्य आएंगे ,हम नहीं आएंगे तो भला और कौन आएगा ,फिर आप तो अपने है आपके यहां नहीं आएंगे तो फिर किसके यहां जाएंगे ,हम तो आपके बिना अधूरे हैं ,सबसे पहले पहुंचेंगे भाई साहब ,कोई काम वाम हो तो बताइये ,अपने ही अपनों के काम आते हैं ,यदि वो ऐसा कहते हैं तो आप पक्का जान लीजिये कि वो आपके समारोह में आएंगे ही नहीं
यदि उन्होंने कहा ठीक है भाई साहब जरूर आएंगे या कोशिश करेंगे ,तो वो अवश्य ही आएंगे |
 

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