Tuesday, August 12, 2014

एकमात्र पुरुष

इस संसार में एकमात्र पुरुष ही ऐसा प्राणी है जो अपने प्यार को सैंकड़ों ,हजारों ,या जितनों में भी बाँट सके बाँट देना चाहता है और जिसको भी अपना प्यार देता है ,बदले में उससे कुछ ना कुछ लेना भी चाहता है ,यानी कि मुफ्त में किसी को प्यार नहीं देता ,जब कि प्राकृतिक तौर पर जानवर भी अपना प्यार एक के अलावा किसी दूसरे से अपना प्यार नहीं बांटते ,यानी कि वो भी प्रकृति के नियमों का उललंघन नहीं करते ,पर एक पुरुष महाशय हैं जो कि खुल्ल्मखुल्ला प्रकृति के नियमों का भी उललंघन भी करते हैं और फिर भी खुद को सभ्य और संस्कारी साबित करने कि कोशिश करते हैं ,ये भी दुनिया का नौवा आश्चर्य है |

No comments:

Post a Comment