इस संसार में एकमात्र पुरुष ही ऐसा प्राणी है जो अपने प्यार को सैंकड़ों ,हजारों ,या जितनों में भी बाँट सके बाँट देना चाहता है और जिसको भी अपना प्यार देता है ,बदले में उससे कुछ ना कुछ लेना भी चाहता है ,यानी कि मुफ्त में किसी को प्यार नहीं देता ,जब कि प्राकृतिक तौर पर जानवर भी अपना प्यार एक के अलावा किसी दूसरे से अपना प्यार नहीं बांटते ,यानी कि वो भी प्रकृति के नियमों का उललंघन नहीं करते ,पर एक पुरुष महाशय हैं जो कि खुल्ल्मखुल्ला प्रकृति के नियमों का भी उललंघन भी करते हैं और फिर भी खुद को सभ्य और संस्कारी साबित करने कि कोशिश करते हैं ,ये भी दुनिया का नौवा आश्चर्य है |
Tuesday, August 12, 2014
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