Monday, July 26, 2010

खाप ( पंचायत ) का फैसला,संविधान में बदलाव हो |

जी हाँ आज खाप,पंचायत ने फैसला किया है कि एक गोत्र में ,और एक गाँव में लड़के लड़कियों कि शादी नहीं हो सकती क्योंकि वो दोनों ही स्थिति में भाई बहन हैं ,चाहे दोनों कि बिरादरी भी अलग क्यों ना हो ,क्योंकि हम गाँव के लोगों को संस्कार में यही मिला है ,और हम सब कुछ बदल सकते हैं प़र अपने संस्कारों कि ह्त्या होते नहीं देख सकते ,यदि इसके लिए हम सभी गाँव वालों को कुर्बानियां भी देनी पडीं तो देंगे ,प़र भाई बहन के रिश्ते को पति पत्नी के रूप में नहीं देख सकते
यदि संविधान के अंतर्गत कहीं प़र ऐसा प्रावधान है तो सरकार को संविधान में संसोधन करना पडेगा और करना भी चाहिए क्योंकि ये केवल एक कोमुनिटी का सवाल नहीं है बल्कि हमारे गाँवों का प्रत्येक व्यक्ति चाहे वो किसी भी जाति का है ,इन विचारों से सहमत है ,यद्द्य्पी हम जानते है कि मुसलमान जाति में केवल दूध का बचाव करके शादी की जाति है ,प़र आज वो भी समझ्न इ लगे हैं कि एक ही परिवार में शादी करने के क्या क्या दुष्परिणाम होते है इसलिए वो भी हमारा समर्थन करते हैं
सरकार को याद रखना चाहियें कि आज भी देश कि आबादी का ७० % हिस्सा गाँवों में ही रहता है ,इसलिए जो भी नेता .सामाजिक कार्यकर्ता ,या कार्यकर्त्री ,हमारे संस्कारों प़र कुठाराघात करेगा ,या हमको सबक पढ़ायेगा तो उनको भी मुहकी खानी पड़ेगी ,और सरकार को bhi परेशानियों kaa सामना करना पद सकता है
मेरे अपने विचारों me खाप का ye फैसला उचित है और main भी uskaa समर्थन करता hun

No comments:

Post a Comment