Saturday, October 5, 2013

धर्ष्ट व्यक्ति और उसकी अशुद्ध वाणी

सुसंस्क्र्त समाज में जीवन यापन करने के बावजूद ,सुसंस्क्र्त परिवार का सदस्य होने के बावजूद ,सुसंस्क्र्त शिक्षा प्राप्त करने के बावजूद ,अकूत धन संपत्ति प्राप्त होने के बावजूद ,अच्छे पद को सुशोभित करते हुए और अच्छे संस्कार प्राप्त करने पर  भी धृष्ट व्यक्ति की अशुद्ध वाणी में शुद्धता और सोम्यता नहीं आ पातीं क्योंकि वो जन्म से ही धृष्ट है |


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