Wednesday, November 4, 2015

मैं सहिष्णु हूँ

हिन्दू पूजते मंदिर मात्र
सिक्ख पूजते गुरुद्वारे
मुस्लिम जाते मस्जिद केवल
पर मैं पूजूं सब द्वारे ,
राम भी मेरे ,ईशा भी मेरे
नानक और मक्का मदीना मेरे
इन सभी के आशीष से
जीवन के क्षण  बीते सारे ,
सभी ग्रन्थ देते  उपदेश
सत्य ,अहिंसा ,प्रेम ,ईमान
गुरु ग्रन्थ साहिब हो या बाइबिल
चाहें गीता हो या कुरआन ,
पवित्र स्थलों के महत्त्व को जानो
ग्रंथों के उपदेशों को मानो
एक दूजे का रखो ध्यान
मिटाओ ना किसी का निशाँ ,
हमारी कोई जाति नहीं है
सभी की जाति है इंसान
हिंसा  के मत बनो पुजारी
ना बनो खुनी दरिंदे ,या हैवान ,
चलो मिलकर बजाएं घंटियाँ
और मिलकर लगाएं अजान
गुरुबाणी गायें गुरुदेव जी की
मधुरं मिलान  कर बने इंसान |








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