Thursday, April 30, 2015

लोकोक्ति

ना शुक्रे यांिु कि किसी का अहसान ना मानने वाले ,नास्तिक ,यानी ईश्वर को ना मानने वाले ,प्रकृति से छेड़ छाड़ करने वाले ,खुद को खुदा या भगवान मानने वालों को ईश्वर अपने लोक में स्थान तक भी नहीं देता बल्कि इस प्रकार के लोग इसी मृत्यु लोक में भूत पिशाच ,पिशाचनी बनकर अतृप्त आत्मा लिए घुमते रहते हैं युग युगांतरों तक ,देवों के देव महादेव

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