Saturday, February 14, 2015

रात्रि आगमन के आनंद की अनुभूति

यदि कोई व्यक्ति रात्रि के आगमन होने पर उसके द्वारा प्रदत आनंद की  अनुभूति को प्राप्त करने में सक्षम नहीं है
या अनुभव नहीं कर पाता है तो या तो वो मानसिक रोगी है ,या धनोपर्जन में लीन है या संसर्ग से तृषित है अथवा असंख्य बीमारियों का घर है ,हां इतना जरूर है की वो गरीब मजदूर या सत्यवादी और ईमानदार व्यक्ति नहीं हो सकता |

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