दुहेजियां की घोड़ी
जितनी उछले उतनी थोड़ी
चाहे सफ़ेद ,लाल हो
या काली थोड़ी थोड़ी
बिदकने लगती है
चढ़ते ही ड्योढ़ी |
तो मित्रों आपका ख्याल है ,जरूर लिखना ,
जितनी उछले उतनी थोड़ी
चाहे सफ़ेद ,लाल हो
या काली थोड़ी थोड़ी
बिदकने लगती है
चढ़ते ही ड्योढ़ी |
तो मित्रों आपका ख्याल है ,जरूर लिखना ,
No comments:
Post a Comment