एक कहावत है ,
माँ गोबर पाथती घूम रही है ,
बेटा बिटोरे बख्श रहा है ,
ठीक यही हाल आज भारतवर्ष का है ,देश में पैसा नहीं है ,किसान आत्महत्या कर रहे हैं क्योँकि वो सरकार के या धन्नासेठों के कर्ज में डूब रहे हैं ,मोदी सरकार उन बेचारे किसानों की तो सुन नहीं रही है जिनके प्रयत्नों से खेती करके हमारे देश की जनता पल रही है ,और हमारी सरकार ब्याज तक भरने के लिए बाहरी मुल्कों से कर्जा ले रही है ,और उसके बावजूद हमारे आदरणीय P M श्री नरेंद्र मोदी जी "नार्थ कोरिया " जैसे मुल्क को " १ अरब डॉलर यानी कि लगभग १०० करोड़ डॉलर ,लगभग ६ हजार ४ सौ करोड़ रूपये का कर्जा बाँट कर आ रहे हैं हैं ना मजे कि बात ,धन्य हैं हमारे देश के दयालू P M ,भगवान उनका सदैव भला करें |
माँ गोबर पाथती घूम रही है ,
बेटा बिटोरे बख्श रहा है ,
ठीक यही हाल आज भारतवर्ष का है ,देश में पैसा नहीं है ,किसान आत्महत्या कर रहे हैं क्योँकि वो सरकार के या धन्नासेठों के कर्ज में डूब रहे हैं ,मोदी सरकार उन बेचारे किसानों की तो सुन नहीं रही है जिनके प्रयत्नों से खेती करके हमारे देश की जनता पल रही है ,और हमारी सरकार ब्याज तक भरने के लिए बाहरी मुल्कों से कर्जा ले रही है ,और उसके बावजूद हमारे आदरणीय P M श्री नरेंद्र मोदी जी "नार्थ कोरिया " जैसे मुल्क को " १ अरब डॉलर यानी कि लगभग १०० करोड़ डॉलर ,लगभग ६ हजार ४ सौ करोड़ रूपये का कर्जा बाँट कर आ रहे हैं हैं ना मजे कि बात ,धन्य हैं हमारे देश के दयालू P M ,भगवान उनका सदैव भला करें |
No comments:
Post a Comment