किसी भी व्यक्ति कि अकस्मात म्रत्यु ,जैसे कि एक्सीडेंट हत्या ,आत्महत्या या हार्ट अटेक अथवा कारावास ,इन सभीके लिए उन सभीका अपना परिवार किसी ना किसी रूप में ९०% तक जिम्मेदार होता है और 10 %बाहरी व्यक्ति जिम्मेदार होते हैं ,उनको हम मात्र हादसे कह सकते हैं ,
प्रत्येक व्यक्ति अधिकतर अपने पारिवारिक समस्याओं से जूझता रहता है प्रत्येक क्षण परिवार कि समस्याओं को सुलझाने के लिए प्रयत्न्शील रहता है और उसी के कारण व्यक्ति मानसिक तौर,शारीरिक तौर पर प्रत्यक्ष या
अप्रत्यक्ष तौर से कमजोर होता चला जाता है जिसकी परवाह ना तो वो खुद ही करता है और नाही उसका परिवार जिसका मुख्य कारण होता है अकस्मात म्रत्यु ,सोचने के कारण गाडी चलाते वक्त एक्सीडेंट का होना ,अपने विचारों और परिवार के सदस्यों के विचारों में विमुखता ,या परिवार कि आवश्यक्ताओं कि पूर्ती नहीं कर पाना आत्महत्या या हार्ट अटेक का कारण बन जाता है ,परिवारों में अक्सर प्रोपर्टी डिस्प्यूट अक्सर होते हैं बिजनेस डिस्प्यूट्स ,पार्टनरशिप जैसे भाई बन्धुं और मित्रों ,रिलेटिव्स सेऔर कहीं कहीं तो बेटी बेटे तक भी दुश्मन हो जाते हैं ये सभी कारण हत्या और कारावास के कारण बनते हैं ,और व्यक्ति कि म्रत्यु पर ये ही पारिवारिक लोग भाई बंधू ,बहन पत्नी ,माँ बापू ,रिस्तेदार बहुत अधिक रुदन ,स्यापा करते हैं ,ये ही संसार का नियम है |
प्रत्येक व्यक्ति अधिकतर अपने पारिवारिक समस्याओं से जूझता रहता है प्रत्येक क्षण परिवार कि समस्याओं को सुलझाने के लिए प्रयत्न्शील रहता है और उसी के कारण व्यक्ति मानसिक तौर,शारीरिक तौर पर प्रत्यक्ष या
अप्रत्यक्ष तौर से कमजोर होता चला जाता है जिसकी परवाह ना तो वो खुद ही करता है और नाही उसका परिवार जिसका मुख्य कारण होता है अकस्मात म्रत्यु ,सोचने के कारण गाडी चलाते वक्त एक्सीडेंट का होना ,अपने विचारों और परिवार के सदस्यों के विचारों में विमुखता ,या परिवार कि आवश्यक्ताओं कि पूर्ती नहीं कर पाना आत्महत्या या हार्ट अटेक का कारण बन जाता है ,परिवारों में अक्सर प्रोपर्टी डिस्प्यूट अक्सर होते हैं बिजनेस डिस्प्यूट्स ,पार्टनरशिप जैसे भाई बन्धुं और मित्रों ,रिलेटिव्स सेऔर कहीं कहीं तो बेटी बेटे तक भी दुश्मन हो जाते हैं ये सभी कारण हत्या और कारावास के कारण बनते हैं ,और व्यक्ति कि म्रत्यु पर ये ही पारिवारिक लोग भाई बंधू ,बहन पत्नी ,माँ बापू ,रिस्तेदार बहुत अधिक रुदन ,स्यापा करते हैं ,ये ही संसार का नियम है |