जी एस टी के कारण आज सम्पूर्ण देश में महंगाई के कारण त्राहि त्राहि मच रही है ,दवाई वालों के पास जाओ तो दवाई नहीं है ,कपडे वाले के पास जाओ तो कपडे नहीं यदि हैं भी तो बहुत महँगे हैं जो शर्ट जून माह में ८५० रूपये की थी वो अब १२०० रूपये में मिल रही है आटा दाल सब्जियां सभी में आग लगी हुई है ,
दुकानदारों से बात करो तो कोई सीधे मुंह बात ही नहीं करता क्योँकि उनके पास स्टॉक नहीं है और पीछे से जो माल आ रहा है वो बेइंतहा महंगा है ,दुसरे वो कहते हैं हमको जी एस टी की रागमाला समझ ही नहीं आ रही ,कुछ लोग तो अपनी दुकाने बंद करने पर ही तुले हुए हैं ,
अब तो जनता खुद को खुद ही लुटा पता समझ रही है ,जनता पर बहुत भरी बोझ है जी एस टी का ,
जेटली जी जिस जनता को आज आप लूट रहे हो कल को ये ही जनता वोट देगी बस ये बात याद रखना |
दुकानदारों से बात करो तो कोई सीधे मुंह बात ही नहीं करता क्योँकि उनके पास स्टॉक नहीं है और पीछे से जो माल आ रहा है वो बेइंतहा महंगा है ,दुसरे वो कहते हैं हमको जी एस टी की रागमाला समझ ही नहीं आ रही ,कुछ लोग तो अपनी दुकाने बंद करने पर ही तुले हुए हैं ,
अब तो जनता खुद को खुद ही लुटा पता समझ रही है ,जनता पर बहुत भरी बोझ है जी एस टी का ,
जेटली जी जिस जनता को आज आप लूट रहे हो कल को ये ही जनता वोट देगी बस ये बात याद रखना |
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